मेरी पाँच कहानियाँ

मेरी पाँच कहानियाँ
लेखक –रवि रंजन गोस्वामी

समर्पण
यह पुस्तक मेरे दादाजी स्व॰ पंडित श्री हरिनाथ गोस्वामी एवं अध्यापक स्व॰श्री रामपुरी गोस्वामी (पुरी मास्साब}को समर्पित है ।
आभार
मैं आभारी हूँ मित्र श्री रामकुमार गुप्ता का जिन्होंने हमेशा रुचि पूर्वक मेरी कहानियाँ सुनी।
पुत्री दिविता गोस्वामी का जिसे बचपन में सुलाने के लिए कहानियां सुनाते सुनाते मुझमें कहानी लिखने की इच्छा और संभावना जागी ।
आमुख
क्रमणिका
1,भयाक्रांत
2, मंकी बंदर
3 , इतिहास का भूगोल
4, ये क्या हुआ ?
5, वेलेंटाइन
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